|
欢迎光临
|
|
| 2025年12月4日,Thu |
你是本站 第 77244117 位 访客。现在共有 422 在线 |
| 总流量为: 83410499 页 |
|
|
| 每日一作者简介 |
|
|
|
|
|
|
祝钦明,字文思,京兆始平人。举明经。长安元年,累迁太子率更令,兼崇文馆学士。中宗在春宫,钦明充侍读。及即位,擢拜国子祭酒,同中书门下三品,历刑部、礼部二尚书。尝与群臣侍宴,钦明自言能八风舞,据地摇头,睆目顾盼。吏部侍郎卢藏用叹曰:"祝公是举,五经扫地矣。"景云初,为侍御史倪若水所劾,贬饶州刺史。诗一首。
|
|
|
|
| 每日一诗词 |
|
|
|
|
|
|
现当代.徐志摩 |
|
|
|
仿佛三峡间的风流 保津川有青嶂连绵的锦绣 仿佛三峡间的险峨 飞沫里趁急矢似的扁舟—— 沙扬娜拉 |
|
|
|
|
|
|
|
| 作 者 介 绍 |
|
|
袁州宜春人。南唐升元末举进士第,官枢密副使。坐宋齐丘党赐死。诗一首。
|
| |
|
|